अघोर परम्परा sentence in Hindi
pronunciation: [ aghor permepraa ]
Examples
- क्रमशः अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल बिंध्याचल
- बंगाल के इतिहास में अघोर परम्परा का प्रसिद्ध स्थल तारापीठ
- क्रमशः अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल हिंगलाज धाम अघोरपथ के अनेक पुन्य स्थलों में से एक हिंगलाज वर्तमान पाकिस्तान देश के बलुचिस्तान राज्य में अवस्थित है ।
- अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थलअघोरपथ के पथिक, सिद्ध, महात्मा, संत,अवधूत,अघोरेश्वर जिन स्थलों में रहकर साधना किये हैं, तप किये हैं, वे स्थल जाग्रत अवस्था में आज भी साधकों को साधना में नई उँचाइयाँ प्राप्त करने में सहयोगी हो रहे हैं ।
- अपने 170 साल के नश्वर शरीर में रहते हुए, उन्होनें कई असहाय, दुर्बल, पीड़ित लोगों को राहत पहुंचाई, व्यापक स्तर पर समाज-सेवा (जो अघोर परम्परा का मूल-धर्म है) की! कई मुग़ल शासक भी बाबा के आशीर्वाद के भागी बने!
- क्रमशः अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल तारापीठ इस स्थान पर दक्ष यज्ञ विध्वंश के पश्चात मोहाविष्ट शिव जी के कंधों से शिव भार्या दाक्षायणी, सती की आँखें भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से कटकर गिरी थीं, इसीलिये यह शक्तिपीठ बन गया और इसीलिये इसे तारापीठ कहते हैं ।
- क्रमशः अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल अघोरपथ के पथिक, सिद्ध, महात्मा, संत,अवधूत,अघोरेश्वर जिन स्थलों में रहकर साधना किये हैं, तप किये हैं, वे स्थल जाग्रत अवस्था में आज भी साधकों को साधना में नई उँचाइयाँ प्राप्त करने में सहयोगी हो रहे हैं ।
- क्रमशः अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल अघोर परम्परा के प्रसिद्ध स्थल अघोरपथ के पथिक, सिद्ध, महात्मा, संत,अवधूत,अघोरेश्वर जिन स्थलों में रहकर साधना किये हैं, तप किये हैं, वे स्थल जाग्रत अवस्था में आज भी साधकों को साधना में नई उँचाइयाँ प्राप्त करने में सहयोगी हो रहे हैं ।
- इसमें विभिन्न राज्यों से आए हुए, हज़ारों युवाओं ने कार्यक्रम-स्थल से 30 किलोमीटर दूर चंदौली जिले के रामगढ़ गांव, जो आधुनिक अघोर परम्परा के जनक कहे जाने वाले अघोराचार्य बाबा कीनाराम जी का जन्म स्थान है, वहां से वापस कार्यक्रम स्थल तक दो-पहिया व चार पहिया वाहनों में जूलूस निकाला.
- 6-7 वीं शताब्दी से सुसुप्तावस्था में पड़ी, अघोर परम्परा को बाबा कीनाराम जी ने पुनर्जागृत किया! सन 1601 में, तत्कालीन वाराणसी जिले की चंदौली तहसील (जो अब जिला बन चुका है) के रामगढ़ नामक स्थान में जन्में अघोराचार्य महाराज श्री बाबा कीनाराम जी उच्च कोटी के महान संत रहे!
More: Next